Sunday, 23 November 2014

DOSTI

हेलो दोस्तों मेरा नाम धर्मेश है  मैंने ये ब्लॉग दोस्ती की अहमियत बातने के लिए और दोस्ती की  अपने जीवन में  होना कितना जरुरी है ये बताने के लिए बनाया है


लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता;
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता;
किस्मत वालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में;
यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता।

जिंदगी सुंदर है पर मुझे जीना नहीं आता;
हर चीज में नशा है पर मुझे पीना नहीं आता;
सब मेरे बिना जी सकते हैं, र्सिफ मुझे दोस्तों के बिना जीना नहीं आता।

दो अक्षर की 'मौत'
और
तीन अक्षर के 'जीवन' में,
ढाई अक्षर का 'दोस्त' - 
हमेंशा बाज़ी मार जाता हैं!